Biofortified Seeds: बायोफोर्टीफाइड बीज ऐसी किस्म के बीज है जिन्हें अनाज में मौजूद पोषक तत्व को बढ़ाने के लिए आनुवंशिक रूप से संशोधित यानि Genetically Modify किया जाता है. इसका उद्देश्य अनाजों और पौधे के जो भी खाद्य योग्य हिस्से हैं उनमे पोषक गुणवत्ता को बढ़ाना होता है. यह प्रक्रिया उन क्षेत्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जहां पर पोषक तत्वों की कमी है तथा अच्छे पोषक तत्व वाले उपज पैदा नहीं होती है, जो अपनी आहार संबंधित आवश्यकताओं के लिए मुख्य रूप से फसलों पर ही निर्भर है.
Biofortified Seeds कैसे बनाये जाते हैं
बायोफोर्टीफाइड फसलों को उदाहरण के लिए विटामिन ए, आयरन, जिंक और विटामिन सी जैसे उच्च स्तर के पोषक तत्वों को शामिल करने के लिए विकसित किया जाता है. इसे पारंपरिक प्रजनन विधि या अनुवांशिकी इंजीनियरिंग तकनीक के माध्यम से प्राप्त किया जाता है, जिसमें विशिष्ट प्रकार के जीन को डाला जाता है या संशोधन किया जाता है.
क्यों जरुरी हैं Biofortified Seeds
बायोफोर्टिफिकेशन का एक सबसे प्रचलित और प्रसिद्ध उदाहरण गोल्डन राइस है जिसे बीटा कैरोटीन के उत्पादन के लिए जेनेटिकली मॉडिफाइ किया गया हैं. बीटा कैरोटीन विटामिन ए का प्रचुर स्रोत है. कई विकासशील देशों में विटामिन ए की कमी एक महत्वपूर्ण समस्या बनकर उभरी है, गोल्डन राइस इस तरह की समस्या का समाधान करने के लिए बनाया गया है. गोल्डन राइस विटामिन ए के एक मुख्य स्रोत के रूप में भोजन में इसकी कमी का समाधान करने के लिए आनुवंशिकी इंजीनियरिंग तकनीकी से बनाया गया हैं.
बायोफोर्टीफाइड बीजों का पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ता है
बायोफोर्टीफाइड किस्म के बीजों का पारिस्थितिक में विशेष रूप से मिट्टी और पानी पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है, क्योंकि यह सामान्य रूप से पैदा की गई किस्म है और इसे उपजाने के लिए जरूरत जैसे पानी और पोषक तत्व पहले जैसे पारंपरिक किस्म की तरह ही होती है.
सभी बायोफोर्टीफाइड वैरायटी पारंपरिक फसलों की बराबर या उनसे बेहतर होती है, इनका उत्पादन बाजार में मौजूद किस्म की तुलना में महंगा नहीं है क्योंकि इनकी खेती पारंपरिक फसलो की तरह ही होती हैं और इनमें कोई अतिरिक्त लागत नहीं आती है.
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वर्ष 2019-20 के बाद से अब तक कुल 37425.7 क्विंटल बायोफोर्टीफाइड बीजों का उत्पादन किया किया गया है. जिसकी आपूर्ति विभिन्न सार्वजनिक और निजी बीज उत्पादन एजेंटीयों को आपूर्ति की गई है. किसानो की खेती के लिए प्रमाणित और अच्छे क्वालिटी के बीज की आपूर्ति की जाती है. यह बीज मुख्यतः समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को उपलब्ध कराया जाता है. पिछले 6 वर्षों के दौरान गेहूं, चावल, बाजरा, सरसों और मसूर वाले 10 मिलियन हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रों को बायोफोर्टीफाइड किस्मो के तहत कवर किया गया हैं.