लखनऊ में DRI ने खुफिया जानकारी से के आधार पर कछुए की तस्करी को रोका सूत्रों से पता चला है कछुआ को पश्चिम बंगाल ले जाया जा रहा था। सही मौके पर डी आर आई की टीम ने तस्करी करने वाले को धर दबोचा।
राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI), जोनल यूनिट, लखनऊ द्वारा विकसित विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से अंतरराज्यीय परिवहन कर रहे एक व्यक्ति से 436 बेबी इंडियन टेंट कछुए जब्त किए गए।

पुछ ताछ से पत चला उस व्यक्ति ने कानपुर में शिशु गंगा कछुओं की खेप प्राप्त की थी और वह उन्हें ग्रे मार्केट में आगे की आपूर्ति के लिए एक बस में सड़क मार्ग से वाराणसी के माध्यम से पश्चिम बंगाल ले जा रहा था। डीआरआई वाराणसी के अधिकारियों ने उक्त बस को रोककर तलाशी ली और लड़के को वही गिरफ़तार किया उसके बाद 436 बच्चे इंडियन टेंट कछुओं को बचाया।
वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत प्रारंभिक जब्ती के बाद, मामला आगे की जांच के लिए वन विभाग, वाराणसी, यूपी को सौंप दिया गया था। इंडियन टेंट टर्टल 1972 के वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम की अनुसूची 1 के तहत एक संरक्षित प्रजाति है।
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पर्यावरण को बचाने के अपने प्रयास में, इस वित्तीय वर्ष में अब तक, डीआरआई, लखनऊ ने 5 अलग-अलग मामलों में गंगा कछुओं के 1721 बच्चों को बचाया है। और कहा कि अवैध व्यापार और आवास का क्षरण इन प्रजातियों के लिए बड़ा ख़तरा है